आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "چیخ"
शेर के संबंधित परिणाम "چیخ"
शेर
होश वालों को ख़बर क्या बे-ख़ुदी क्या चीज़ है
इश्क़ कीजे फिर समझिए ज़िंदगी क्या चीज़ है
निदा फ़ाज़ली
शेर
कच्ची दीवारें सदा-नोशी में कितनी ताक़ थीं
पत्थरों में चीख़ कर देखा तो अंदाज़ा हुआ
जमुना प्रसाद राही
शेर
मोहब्बत चीख़ भी ख़ामोशी भी नग़्मा भी ना'रा भी
ये इक मज़मून है कितने ही उनवानों से वाबस्ता