आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "कैरियर"
शेर के संबंधित परिणाम "कैरियर"
शेर
कैफ़ियत महफ़िल-ए-ख़ूबाँ की न उस बिन पूछो
उस को देखूँ न तो फिर दे मुझे दिखलाई क्या
जुरअत क़लंदर बख़्श
शेर
अब दर्द में वो कैफ़ियत-ए-दर्द नहीं है
आया हूँ जो उस बज़्म-ए-गुल-अफ़्शाँ से गुज़र के
अली जवाद ज़ैदी
शेर
कहाँ क़रार है कहने को दिल क़रार में है
जो थी ख़िज़ाँ में वही कैफ़ियत बहार में है
बिस्मिल अज़ीमाबादी
शेर
न रह जावे कहीं तू ज़ाहिदा महरूम रहमत से
गुनहगारों में समझा करियो अपनी बे-गुनाही को