aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "जाएदाद"
परिंदे लड़ ही पड़े जाएदाद पर आख़िरशजर पे लिक्खा हुआ है शजर बराए-फ़रोख़्त
मौजूद मेरे दिल में तुम्हारी जो याद हैये मेरी मिलकियत है मिरी जाएदाद है
मुझ से कैसे निभाओगी बोलोमेरे हिस्से में जाएदाद नहीं
वो तो ख़ुश-बू है हवाओं में बिखर जाएगामसअला फूल का है फूल किधर जाएगा
आँख से दूर न हो दिल से उतर जाएगावक़्त का क्या है गुज़रता है गुज़र जाएगा
सर झुकाओगे तो पत्थर देवता हो जाएगाइतना मत चाहो उसे वो बेवफ़ा हो जाएगा
दुश्मनों से प्यार होता जाएगादोस्तों को आज़माते जाइए
मैं जब सो जाऊँ इन आँखों पे अपने होंट रख देनायक़ीं आ जाएगा पलकों तले भी दिल धड़कता है
आँख से दूर सही दिल से कहाँ जाएगाजाने वाले तू हमें याद बहुत आएगा
याद उस की इतनी ख़ूब नहीं 'मीर' बाज़ आनादान फिर वो जी से भुलाया न जाएगा
अब हवाएँ ही करेंगी रौशनी का फ़ैसलाजिस दिए में जान होगी वो दिया रह जाएगा
हम तो समझे थे कि इक ज़ख़्म है भर जाएगाक्या ख़बर थी कि रग-ए-जाँ में उतर जाएगा
अगर तलाश करूँ कोई मिल ही जाएगामगर तुम्हारी तरह कौन मुझ को चाहेगा
अभी राह में कई मोड़ हैं कोई आएगा कोई जाएगातुम्हें जिस ने दिल से भुला दिया उसे भूलने की दुआ करो
मैं ने चाहा है तुझे आम से इंसाँ की तरहतू मिरा ख़्वाब नहीं है जो बिखर जाएगा
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम हैजिस तरफ़ भी चल पड़ेंगे रास्ता हो जाएगा
झूट के आगे पीछे दरिया चलते हैंसच बोला तो प्यासा मारा जाएगा
ये मोहब्बत का फ़साना भी बदल जाएगावक़्त के साथ ज़माना भी बदल जाएगा
तुम फिर उसी अदा से अंगड़ाई ले के हँस दोआ जाएगा पलट कर गुज़रा हुआ ज़माना
ज़ुल्म फिर ज़ुल्म है बढ़ता है तो मिट जाता हैख़ून फिर ख़ून है टपकेगा तो जम जाएगा
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