आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "दयार-ए-हबीब"
शेर के संबंधित परिणाम "दयार-ए-हबीब"
शेर
नालाँ हूँ अपने ज़ौक़-ए-नज़र से 'हबीब' क्यों
क्या सह रहे हैं क़ल्ब-ओ-जिगर कुछ न पूछिए
जयकृष्ण चौधरी हबीब
शेर
दिल है गर प्यार से सरशार तो मुमकिन है 'हबीब'
तू जिधर जाए वो राह-ए-दर-ए-जानाना बने
जयकृष्ण चौधरी हबीब
शेर
दयार-ए-इश्क़ में तन्हा रहा नहीं हरगिज़
ख़ुशी ने हाथ जो छोड़ा तो ग़म ने थाम लिया