आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "पक्का"
शेर के संबंधित परिणाम "पक्का"
शेर
न सुन तू पंद वाइज़ का जो अपने धुन में पक्का है
ख़ुदा-हाफ़िज़ तिरा दोज़ख़ भी इक शरई धड़का है
अंजाम
शेर
हाथ से किस ने साग़र पटका मौसम की बे-कैफ़ी पर
इतना बरसा टूट के बादल डूब चला मय-ख़ाना भी
आरज़ू लखनवी
शेर
निकालूँ किस तरह सीने से अपने तीर-ए-जानाँ को
न पैकाँ दिल को छोड़े है न दिल छोड़े है पैकाँ को
शेख़ इब्राहीम ज़ौक़
शेर
जिस बात का मतलब ख़ुश्बू है हर गाँव के कच्चे रस्ते पर
उस बात का मतलब बदलेगा जब पक्की सड़क आ जाएगी
अंजुम बाराबंकवी
शेर
क्या कहें क्या क्या किया तेरी निगाहों ने सुलूक
दिल में आईं दिल में ठहरीं दिल में पैकाँ हो गईं