आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "ब-क़द्र-ए-ज़र्फ़"
शेर के संबंधित परिणाम "ब-क़द्र-ए-ज़र्फ़"
शेर
बेश ओ कम का शिकवा साक़ी से 'मुबारक' कुफ़्र था
दौर में सब के ब-क़द्र-ए-ज़र्फ़ पैमाना रहा
मुबारक अज़ीमाबादी
शेर
जमील मज़हरी
शेर
ब-क़द्र-ए-ज़ौक़ मेरे अश्क-ए-ग़म की तर्जुमानी है
कोई कहता है मोती है कोई कहता है पानी है
फ़िगार उन्नावी
शेर
ब-ज़ेर-ए-क़स्र-ए-गर्दूं क्या कोई आराम से सोए
ये छत ऐसी पुरानी है कि शबनम से टपकती है
इमाम बख़्श नासिख़
शेर
ख़ाक-ए-आग़श्ता-ब-ख़ूँ को मिरी बे-क़द्र न जान
गुल-बदन सारे इसे करते हैं उबटन अपना