आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "मेल"
शेर के संबंधित परिणाम "मेल"
शेर
ये रास रंग ये मेल मिलन इक हाथ में चाँद इक में सूरज
इक रात का मौज मज़ा सारा इक दिन का सैर-सपाटा है
अज़ीज़ क़ैसी
शेर
दिलों के मेल से आगे लबों के सिलसिले सारे
जो लब ख़ामोश होते हैं तो आँखें बात करती हैं
फ़रहान हनीफ़ वारसी
शेर
मिरी आरज़ुओं के सीप का किसी आब-ए-नैसाँ से मेल कर
मुझे आश्ना-ए-विसाल कर मिरी बेकली को क़रार दे
ख़ालिद नदीम शानी
शेर
मोहब्बत में नहीं है फ़र्क़ जीने और मरने का
उसी को देख कर जीते हैं जिस काफ़िर पे दम निकले