आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "यौम-ए-आज़ादी"
शेर के संबंधित परिणाम "यौम-ए-आज़ादी"
शेर
वो हिन्दी नौजवाँ यानी अलम-बरदार-ए-आज़ादी
वतन की पासबाँ वो तेग़-ए-जौहर-दार-ए-आज़ादी
मख़दूम मुहिउद्दीन
शेर
ख़ुदा ऐ काश 'नाज़िश' जीते-जी वो वक़्त भी लाए
कि जब हिन्दोस्तान कहलाएगा हिन्दोस्तान-ए-आज़ादी
नाज़िश प्रतापगढ़ी
शेर
क्या करिश्मा है मिरे जज़्बा-ए-आज़ादी का
थी जो दीवार कभी अब है वो दर की सूरत
अख़्तर अंसारी अकबराबादी
शेर
जवानो नज़्र दे दो अपने ख़ून-ए-दिल का हर क़तरा
लिखा जाएगा हिन्दोस्तान को फ़रमान-ए-आज़ादी
नाज़िश प्रतापगढ़ी
शेर
जिस्म-ए-आज़ादी में फूंकी तू ने मजबूरी की रूह
ख़ैर जो चाहा किया अब ये बता हम क्या करें
फ़ानी बदायुनी
शेर
मिलेगा ज़ुल्फ़-ए-आज़ादी उन्हें क्या मौसम-ए-गुल में
क़फ़स से छूट कर गुलशन में जो बे-बाल-ओ-पर आए
अलम मुज़फ़्फ़र नगरी
शेर
फ़ज़ा का तंग होना फ़ितरत-ए-आज़ाद से पूछो
पर-ए-पर्वाज़ ही क्या जो क़फ़स को आशियाँ समझे
फ़िगार उन्नावी
शेर
ख़ुरूश-ए-सरसर-ओ-तूफ़ाँ जमूद-ए-दश्त-ओ-सराब
सुरूद-ए-फ़स्ल-ए-बहाराँ ख़िराम-ए-गर्दिश-ए-यम