आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "रियासत"
शेर के संबंधित परिणाम "रियासत"
शेर
क्या उस से बिछड़ते कि मिले ही न थे जिस से
इक-तरफ़ा मोहब्बत के भी हैं ज़ाविए क्या क्या
रियासत अली असरार
शेर
तिलिस्मी चश्म ने तेरी किया मुझे मंज़ूर
और इक गुमान में डाला के कोई ख़्वाब हूँ मैं