आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "सरगोशी-ए-अग़्यार"
शेर के संबंधित परिणाम "सरगोशी-ए-अग़्यार"
शेर
बज़्म-ए-अग़्यार में उस ने मुझे दरयाफ़्त किया
बा'द मुद्दत के उसे याद मिरी आई है
मोहम्मद विलायतुल्लाह
शेर
गिला किस से करें अग़्यार-ए-दिल-आज़ार कितने हैं
हमें मालूम है अहबाब भी ग़म-ख़्वार कितने हैं
अबुल मुजाहिद ज़ाहिद
शेर
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
देखना है ज़ोर कितना बाज़ू-ए-क़ातिल में है
बिस्मिल अज़ीमाबादी
शेर
भूल जावे साहिब-ए-इक़बाल अपनी सर-कशी
उस को दिखलावे अगर मेरी बद-इक़बाली दिमाग़