आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "हाज़िर"
शेर के संबंधित परिणाम "हाज़िर"
शेर
लगावट की अदा से उन का कहना पान हाज़िर है
क़यामत है सितम है दिल फ़िदा है जान हाज़िर है
अकबर इलाहाबादी
शेर
अज़ाब-ए-दानिश-ए-हाज़िर से बा-ख़बर हूँ मैं
कि मैं इस आग में डाला गया हूँ मिस्ल-ए-ख़लील
अल्लामा इक़बाल
शेर
अदू को छोड़ दो फिर जान भी माँगो तो हाज़िर है
तुम ऐसा कर नहीं सकते तो ऐसा हो नहीं सकता
मुज़्तर ख़ैराबादी
शेर
ज़बरदस्ती ग़ज़ल कहने पे तुम आमादा हो 'वहशत'
तबीअत जब न हो हाज़िर तो फिर मज़मून क्या निकले
वहशत रज़ा अली कलकत्वी
शेर
वो कमसिन हैं उन्हें मश्क़-ए-सितम को चाहिए मुद्दत
अभी तो नाम सुन कर ख़ंजर-ओ-पैकाँ का डरते हैं
हाज़िक़
शेर
मिटा सकती नहीं नफ़रत को नफ़रत की रविश हरगिज़
बका-ए-नस्ल-ए-आदम के लिए उल्फ़त ज़रूरी है