आपकी खोज से संबंधित
परिणाम ".bgs"
शेर के संबंधित परिणाम ".bgs"
शेर
मिरी वहशत पे बहस-आराइयाँ अच्छी नहीं ज़ाहिद
बहुत से बाँध रक्खे हैं गरेबाँ मैं ने दामन में
असग़र गोंडवी
शेर
ये इक बोसे पे इतनी बहस ये ज़ेबा नहीं तुम को
नहीं है याद मुझ को ख़ैर अच्छा ले लिया होगा
जावेद लख़नवी
शेर
वहाँ ज़ेर-ए-बहस आते ख़त-ओ-ख़ाल ओ ख़ू-ए-ख़ूबाँ
ग़म-ए-इश्क़ पर जो 'अनवर' कोई सेमिनार होता
अनवर मसूद
शेर
सुल्ह-ए-कुल में मिरी गुज़रे है मोहब्बत के बीच
न तो तकरार है काफ़िर से न दीं-दार से बहस
मुसहफ़ी ग़ुलाम हमदानी
शेर
अब इक बोसे पे इतनी बहस ज़ेबा है न शायाँ है
निगाहें नीची कर लो ख़ैर अच्छा ले लिया होगा
सय्यद काज़िम जावेद
शेर
कुफ़्र-ओ-ईमाँ से है क्या बहस इक तमन्ना चाहिए
हाथ में तस्बीह हो या दोश पर ज़ुन्नार हो