aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम ".grma"
दाग़ इक आदमी है गर्मा-गर्मख़ुश बहुत होंगे जब मिलेंगे आप
आज समय का पहिया घूमा पीछे सब कुछ छूट गयाएक सितारा भारत-माता की आँखों का टूट गया
बस्ती बस्ती जंगल जंगल घूमा मैंलेकिन अपने घर में आ कर सोया मैं
गरमा सकीं न चाहतें तेरा कठोर जिस्महर इक जल के बुझ गई तस्वीर संग में
ये तिरी मर्ज़ी है अब चाक घुमा या न घुमाख़ुद को मिट्टी की तरह सौंप दिया है मैं ने
कोई मा'शूक़ गर्मा-गर्म ऐसा किस ने देखा हैकिया है मात परियों को भी तुम ने अपनी छलबल से
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