आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "barhana"
शेर के संबंधित परिणाम "barhana"
शेर
यूँ गुज़रता है तिरी याद की वादी में ख़याल
ख़ारज़ारों में कोई बरहना-पा हो जैसे
सय्यद एहतिशाम हुसैन
शेर
शौक़ बरहना-पा चलता था और रस्ते पथरीले थे
घिसते घिसते घिस गए आख़िर कंकर जो नोकीले थे