आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "be-kaif"
शेर के संबंधित परिणाम "be-kaif"
शेर
'कैफ़' कहाँ तक तुम ख़ुद को बे-दाग़ रख्खोगे
अब तो सारी दुनिया के मुँह पर स्याही है
कैफ़ अहमद सिद्दीकी
शेर
इस तरह बे-कैफ़ गुज़रा ऐ 'हबीब' अपना शबाब
जिस तरह से सूने घर में जलता है कोई चराग़
जयकृष्ण चौधरी हबीब
शेर
हाथ से किस ने साग़र पटका मौसम की बे-कैफ़ी पर
इतना बरसा टूट के बादल डूब चला मय-ख़ाना भी
आरज़ू लखनवी
शेर
सर-ब-कफ़ हिन्द के जाँ-बाज़-ए-वतन लड़ते हैं
तेग़-ए-नौ ले सफ़-ए-दुश्मन में घुसे पड़ते हैं
बर्क़ देहलवी
शेर
ऐ नवा-साज़-ए-तमाशा सर-ब-कफ़ जलता हूँ मैं
इक तरफ़ जलता है दिल और इक तरफ़ जलता हूँ मैं
मिर्ज़ा ग़ालिब
शेर
अब आ के क़लम के पहलू में सो जाती हैं बे-कैफ़ी से
मिसरों की शोख़ हसीनाएँ सौ बार जो रूठती मनती थीं