आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "bha.Dkaataa"
शेर के संबंधित परिणाम "bha.Dkaataa"
शेर
जो आग लगाई थी तुम ने उस को तो बुझाया अश्कों ने
जो अश्कों ने भड़काई है उस आग को ठंडा कौन करे
मुईन अहसन जज़्बी
शेर
मोहब्बत हो तो जाती है मोहब्बत की नहीं जाती
ये शोअ'ला ख़ुद भड़क उठता है भड़काया नहीं जाता
मख़मूर देहलवी
शेर
कभी तुम मोम हो जाते हो जब मैं गर्म होता हूँ
कभी मैं सर्द होता हूँ तो तुम भड़काऊ करते हो
सिराज औरंगाबादी
शेर
वो वहशी इस क़दर भड़का है सूरत से मिरे यारो
कि अपने देख साए को मुझे हमराह जाने है
शैख़ ज़हूरूद्दीन हातिम
शेर
शहर में मुझ से भड़कता था तसव्वुर तेरा
उस की तस्ख़ीर को मैं साकिन-ए-वीराना हुआ