आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "bhog"
शेर के संबंधित परिणाम "bhog"
शेर
ये भोग भी एक तपस्या है तुम त्याग के मारे क्या जानो
अपमान रचियता का होगा रचना को अगर ठुकराओगे
साहिर लुधियानवी
शेर
हज़ारों मौसमों की हुक्मरानी है मिरे दिल पर
'वसी' मैं जब भी हँसता हूँ तो आँखें भीग जाती हैं
वसी शाह
शेर
भाग चलूँ यादों के ज़िंदाँ से अक्सर सोचा लेकिन
जब भी क़स्द किया तो देखा ऊँची है दीवार बहुत
वहीद अर्शी
शेर
हर इक मुफ़लिस के माथे पर अलम की दास्तानें हैं
कोई चेहरा भी पढ़ता हूँ तो आँखें भीग जाती हैं