आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "faal"
शेर के संबंधित परिणाम "faal"
शेर
अब के हम बिछड़े तो शायद कभी ख़्वाबों में मिलें
जिस तरह सूखे हुए फूल किताबों में मिलें
अहमद फ़राज़
शेर
अहमद सलमान
शेर
दिन भर बच्चों ने मिल कर पत्थर फेंके फल तोड़े
साँझ हुई तो पंछी मिल कर रोने लगे दरख़्तों पर
मोहम्मद अल्वी
शेर
स्टेशन से बाहर आ कर बूढ़ी आँखें सोच रही हैं
पत्ते देहाती रहते हैं फल शहरी हो जाते हैं
मुनव्वर राना
शेर
गए मौसम में मैं ने क्यूँ न काटी फ़स्ल ख़्वाबों की
मैं अब जागी हूँ जब फल खो चुके हैं ज़ाइक़ा अपना
अज़ीज़ बानो दाराब वफ़ा
शेर
कहते हैं इन शाख़ों पर फल फूल भी आते थे
अब तो पत्ते झड़ते हैं या पत्थर गिरते हैं