आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "husn-e-yuusuf"
शेर के संबंधित परिणाम "husn-e-yuusuf"
शेर
ऐ परी हुस्न तिरा रौनक़-ए-हिंदुस्ताँ है
हुस्न-ए-यूसुफ़ है फ़क़त मिस्र के बाज़ार का रूप
रिन्द लखनवी
शेर
हुस्न-ए-ख़त से मिरे इतना मुतअज्जिब क्यों है
ख़त लिखा है तिरी तस्वीर पे रख कर काग़ज़
सय्यद यूसुफ़ अली खाँ नाज़िम
शेर
देखने वाले ये कहते हैं किताब-ए-दहर में
तू सरापा हुस्न का नक़्शा है मैं तस्वीर-ए-इश्क़
परवीन उम्म-ए-मुश्ताक़
शेर
हुस्न काफ़िर था अदा क़ातिल थी बातें सेहर थीं
और तो सब कुछ था लेकिन रस्म-ए-दिलदारी न थी
आल-ए-अहमद सुरूर
शेर
जब से मअ'नी-बंदी का चर्चा हुआ ऐ 'मुसहफ़ी'
ख़लते में जाता रहा हुस्न-ए-ज़बान-ए-रेख़्ता
मुसहफ़ी ग़ुलाम हमदानी
शेर
ज़ाहिदा किस हुस्न-ए-गंदुम-गूँ पे है तेरी निगाह
आज तू मेरी नज़र में गूना-ए-आदम लगा
हसरत अज़ीमाबादी
शेर
रफ़ू फिर कीजियो पैराहन-ए-यूसुफ़ को ऐ ख़य्यात
सिया जाए तो सी पहले तू चाक-ए-दिल ज़ुलेख़ा का
रज़ा अज़ीमाबादी
शेर
ये ज़ख़्म-ए-अना काफ़ी है ऐ यूसुफ़-ए-दौराँ
इस चश्म-ए-ज़ुलेख़ा को तू ग़मनाक न करना