आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "mah-jabii.n"
शेर के संबंधित परिणाम "mah-jabii.n"
शेर
क़श्क़ा नहीं पेशानी पे उस माह-जबीं के
अल्लाह ने ये हुस्न के ख़िर्मन को है चाँका
मुंशी देबी प्रसाद सहर बदायुनी
शेर
ख़ुदा को सज्दा कर के मुब्तज़िल ज़ाहिद हुआ अब तो
तो जा कर मह-जबीं के आस्ताँ पे जुब्बा-साई कर