आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "masti-e-hosh"
शेर के संबंधित परिणाम "masti-e-hosh"
शेर
मबादा फिर असीर-ए-दाम-ए-अक़्ल-ओ-होश हो जाऊँ
जुनूँ का इस तरह अच्छा नहीं हद से गुज़र जाना
हफ़ीज़ जालंधरी
शेर
हँस के कहता है मुसव्विर से वो ग़ारत-गर-ए-होश
जैसी सूरत है मिरी वैसी ही तस्वीर भी हो
मिर्ज़ा हादी रुस्वा
शेर
गुलों का ज़िक्र बहारों में कर चुके 'अख़्तर'
अब आओ होश में बर्क़-ओ-शरर की बात करो
अख़्तर अंसारी अकबराबादी
शेर
ज़बान-ए-होश से ये कुफ़्र सरज़द हो नहीं सकता
मैं कैसे बिन पिए ले लूँ ख़ुदा का नाम ऐ साक़ी
अब्दुल हमीद अदम
शेर
वहम-ओ-क़यास के सिवा हासिल-ए-होश कुछ नहीं
फ़हम की इब्तिदा है वहम अक़्ल की हद क़यास है
फ़ानी बदायुनी
शेर
पीरी में 'रियाज़' अब भी जवानी के मज़े हैं
ये रीश-ए-सफ़ेद और मय-ए-होश-रुबा सुर्ख़