आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "maulid-e-iisaa"
शेर के संबंधित परिणाम "maulid-e-iisaa"
शेर
मो'जिज़ा हज़रत-ए-ईसा का था बे-शुबह दुरुस्त
कि मैं दुनिया से गया उठ जो कहा क़ुम मुझ को
दत्तात्रिया कैफ़ी
शेर
उन से मिलने का मंज़र भी दिल-चस्प था ऐ 'असर'
इस तरफ़ से बहारें चलीं और उधर से खिज़ाएँ चलीं