आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "mukarramii"
शेर के संबंधित परिणाम "mukarramii"
शेर
लफ़्ज़ की हुरमत मुक़द्दम है दिल-ओ-जाँ से मुझे
सच तआ'रुफ़ है मिरे हर शे'र हर तहरीर का
अंबरीन हसीब अंबर
शेर
था मुक़द्दम इश्क़-ए-बुत इस्लाम पर तिफ़्ली में भी
या सनम कह कर पढ़ा मकतब में बिस्मिल्लाह को
रिन्द लखनवी
शेर
किस की ख़ातिर को मुक़द्दम रख्खूँ मैं हैरान हूँ
गब्र की जानिब हूँ या-रब या मुसलमाँ की तरफ़