आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "phuulaa"
शेर के संबंधित परिणाम "phuulaa"
शेर
अब के हम बिछड़े तो शायद कभी ख़्वाबों में मिलें
जिस तरह सूखे हुए फूल किताबों में मिलें
अहमद फ़राज़
शेर
बहार आई शगूफ़ा फूला खुला है तख़्ता हर इक चमन का
कहीं तमाशा है यासमन का कहीं नज़ारा है नस्तरन का
राजा जिया लाल बहादुर गुलशन
शेर
आज़ुर्दा कुछ हैं शायद वर्ना हुज़ूर मुझ से
क्यूँ मुँह फुला रहा है वो गुल-एज़ार अपना