आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "sabaq"
शेर के संबंधित परिणाम "sabaq"
शेर
न तिरे सिवा कोई लिख सके न मिरे सिवा कोई पढ़ सके
ये हुरूफ़-ए-बे-वरक़-ओ-सबक़ हमें क्या ज़बान सिखा गए
जमीलुद्दीन आली
शेर
उन सफ़ीनों की तबाही में है इबरत का सबक़
जो किनारे तक पहुँच कर नज़्र-ए-तूफ़ाँ हो गए
महफूजुर्रहमान आदिल
शेर
पंडित जवाहर नाथ साक़ी
शेर
मिरे दाग़ों से जलने का सबक़ लेता है परवाना
मिरे नालों से बुलबुल सीखने फ़रियाद आती है
जलील मानिकपूरी
शेर
सबक़ आ के गोर-ए-ग़रीबाँ से ले लो
ख़मोशी मुदर्रिस है इस अंजुमन में
मिर्ज़ा मोहम्मद हादी अज़ीज़ लखनवी
शेर
नहीं कुछ अब्र ही शागिर्द मेरी अश्क-बारी का
सबक़ लेती है मुझ से बर्क़ भी आ बे-क़रारी का