आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "sayyad-ul-bashar"
शेर के संबंधित परिणाम "sayyad-ul-bashar"
शेर
कमरे वीराँ आँगन ख़ाली फिर ये कैसी आवाज़ें
शायद मेरे दिल की धड़कन चुनी है इन दीवारों में
बशीर बद्र
शेर
करते हैं अर्बाब-ए-दिल अंदाज़ा-ए-जोश-ए-बहार
मेरा दामन देख कर मेरा गरेबाँ देख कर
अब्बास अली ख़ान बेखुद
शेर
पहले चादर की हवस में पाँव फैलाए बहुत
अब ये दुख है पाँव क्यूँ चादर से बाहर आ गया