aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "totlii"
तोतली उम्र में जो बच्चा ज़रा मुशफ़िक़ थाकुछ बड़ा हो के दहाने पे न पहुँचा आख़िर
काँटों में घिरे फूल को चूम आएगी लेकिनतितली के परों को कभी छिलते नहीं देखा
कोई तितली निशाने पर नहीं हैमैं बस रंगों का पीछा कर रहा हूँ
गुल से लिपटी हुई तितली को गिरा कर देखोआँधियो तुम ने दरख़्तों को गिराया होगा
मोहब्बत एक दम दुख का मुदावा कर नहीं देतीये तितली बैठती है ज़ख़्म पर आहिस्ता आहिस्ता
मैं ने माँ का लिबास जब पहनामुझ को तितली ने अपने रंग दिए
बाग़ में जाने के आदाब हुआ करते हैंकिसी तितली को न फूलों से उड़ाया जाए
अब वो तितली है न वो उम्र तआ'क़ुब वालीमैं न कहता था बहुत दूर न जाना मिरे दोस्त
ये शबनमी लहजा है आहिस्ता ग़ज़ल पढ़नातितली की कहानी है फूलों की ज़बानी है
कल तेरी तस्वीर मुकम्मल की मैं नेफ़ौरन उस पर तितली आ कर बैठ गई
तितली भौंरे कलियाँ फूलइस के सब दीवाने थे
गुलशन से कोई फूल मयस्सर न जब हुआतितली ने राखी बाँध दी काँटे की नोक पर
बच्चे ने तितली पकड़ कर छोड़ दीआज मुझ को भी ख़ुदा अच्छा लगा
फूल खुलते ही तितली भी आईक्या कोई दोस्ती पुरानी है
फूलों की ज़द में आ के कहीं जान से न जाएमैं ने इसी ख़याल से तितली उड़ाई है
मैं ने बचपन की ख़ुशबू-ए-नाज़ुकएक तितली के संग उड़ाई थी
उजाड़ तपती हुई राह में भटकने लगीन जाने फूल ने क्या कह दिया था तितली से
नफ़रत से है नफ़रत हम को प्रीत हमारी रीतप्यार के हैं अनमोल ख़ज़ाने तितली फूल और मैं
वो एक लम्हा जो तितली सा अपने बीच में हैउसे मैं ले के चली माह-ओ-साल से आगे
जब से टाँगी है तिरी तस्वीर दिल की अलगनी परयाँ तभी से दिन में तितली बैठती है शब में जुगनू
Devoted to the preservation & promotion of Urdu
A Trilingual Treasure of Urdu Words
Online Treasure of Sufi and Sant Poetry
World of Hindi language and literature
The best way to learn Urdu online
Best of Urdu & Hindi Books