aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "yak-til"
पिया बाज प्याला पिया जाए नापिया बाज यक-तिल जिया जाए ना
बढ़ता जाता है तूल-ए-गेसू-ए-यारघटती जाती है ज़िंदगी दिल की
बच गया तीर-ए-निगाह-ए-यार सेवाक़ई आईना है फ़ौलाद का
इन दो के सिवा कोई फ़लक से न हुआ पारया तीर मिरी आह का या उस की नज़र का
तिल नहीं माँग में ज़नाख़ी केये कनहय्या खड़ा है गोकुल में
तीस दिन यार अब न आएगाइस महीने का नाम ख़ाली है
तीर मत देख मिरे ज़ख़्म को देखयार-ए-यार अपना अदू में गुम है
नाचे है मोहब्बत की ये सुर ताल पे ख़ुद हीदिल को ये हुनर यार सिखाया नहीं जाता
Devoted to the preservation & promotion of Urdu
A Trilingual Treasure of Urdu Words
Online Treasure of Sufi and Sant Poetry
World of Hindi language and literature
The best way to learn Urdu online
Best of Urdu & Hindi Books