आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "الجھن"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "الجھن"
ग़ज़ल
उलझन सी होने लगती थी मुझ को अक्सर और वो यूँ
मेरा मिज़ाज-ए-इश्क़ था शहरी उस की वफ़ा दहक़ानी थी
जौन एलिया
ग़ज़ल
मजरूह सुल्तानपुरी
ग़ज़ल
उस की गली से मक़्तल-ए-जाँ तक मस्जिद से मय-ख़ाने तक
उलझन प्यास ख़लिश तन्हाई कर्ब-ज़दा लम्हात के नाम