aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "انا_پرست"
अना-परस्त तो हम हैं ग़ुरूर किस का हैमुबारज़त के अमल में क़ुसूर किस का है
अना-परस्त है इतना कि बात से पहलेवो उठ के बंद मिरी हर किताब कर देगा
होता अगर कुछ और तो होता अना-परस्तउस की रज़ा शिकस्त-ए-अना है, ये इश्क़ है
ज़मीं उठेगी नहीं आसमाँ झुकेगा नहींअना-परस्त हैं दोनों के ख़ानदान बहुत
इसी तरह से अगर तुम अना-परस्त रहेख़ुद अपना राह-नुमा आप ही बनेगा लहू
हक़ीर समझे सभी को ज़लील करता फिरेअना-परस्त की शोहरत को आग लग जाए
हमारा ज़िक्र जो आया तो यूँ पुकारा वोअना-परस्त फ़रेबी सुख़न का मारा वो
बाक़ी है सिर्फ़ अहद-ए-गुज़िश्ता की बाज़गश्तयारो अना-परस्त मुसलमान तो गया
गरचे अना-परस्त वो 'अजमल' बला का हैबेबाकियों पे मेरी तो हैरत उसे भी थी
अना-परस्त हैं तह-दारियों में जीते हैंयहाँ तो रोना भी पड़ता है मुस्कुराते हुए
कह दो अना-परस्त से 'अहया' कि जल्द हीमैं और हम के दरमियाँ आएगा आईना
अदू ने हम से हमारा ग़ुरूर माँगा थाअना-परस्त थे हम ज़िंदगी को भूल गए
अना-परस्त थे ऐसे बदन तो फिर है बदनहमारा साया कभी साएबान तक न गया
अना-परस्त हूँ इतना कि अपने हाथ के भीहथेली सामने लाता हूँ टूट जाता हूँ
तू भी अना-परस्त है सो खोलता नहींऔर हम भी तेरे दर से कहीं हिल नहीं रहे
मैं मना तो लूँगा उसे मगर वो अना-परस्तमिरी सम्त अब किसी हाल में नहीं आएगा
हम थे अना-परस्त सो रोका नहीं उसेपर उस के लौट आने की ख़्वाहिश में मर गए
ले कर लिया क़ुबूल कि मैं हूँ अना-परस्त'इश्क़ अब मिरे बयान से आगे की बात कर
उसे ख़बर है कि हम उस पे जान देते हैंअना-परस्त है इज़हार रू-ब-रू चाहे
Devoted to the preservation & promotion of Urdu
A Trilingual Treasure of Urdu Words
Online Treasure of Sufi and Sant Poetry
World of Hindi language and literature
The best way to learn Urdu online
Best of Urdu & Hindi Books