आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "حاکم"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "حاکم"
ग़ज़ल
अहमद सलमान
ग़ज़ल
निस्बत-ए-'इल्म है बहुत हाकिम-ए-वक़्त को अज़ीज़
उस ने तो कार-ए-जहल भी बे-उलमा नहीं किया
जौन एलिया
ग़ज़ल
उमैर नजमी
ग़ज़ल
ब-रोज़-ए-हश्र हाकिम क़ादिर-ए-मुतलक़ ख़ुदा होगा
फ़रिश्तों के लिखे और शैख़ की बातों से क्या होगा
हरी चंद अख़्तर
ग़ज़ल
ये हाकिम भी दोस्त है मेरा ये नासेह भी मेरा हमदम
कितने ही ग़म-ख़्वार पड़े हैं एक तिरे बीमार के पीछे