आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "راجدھانی"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "راجدھانی"
ग़ज़ल
नुमाइश दिल के ज़ख़्मों की चलो दिल्ली में करते हैं
सुना है क़ातिलों को राजधानी ढूँड लेती है
अनवर कमाल अनवर
ग़ज़ल
सभी को ख़्वाहिश-ए-तस्ख़ीर-ए-शौक़-ए-हुक्मरानी है
हमें लगता है अपना दिल नहीं इक राजधानी है
ज़ाकिर ख़ान ज़ाकिर
ग़ज़ल
दिल से मतलब है तिरे पैकर से मुझ को क्या ग़रज़
हुक्मरानी को मुझे इक राजधानी चाहिए