आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "سپہر_کبود"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "سپہر_کبود"
ग़ज़ल
ज़ोर यारो आज हम ने फ़तह की जंग-ए-फ़लक
यक तमांचे में कबूदी कर दिया रंग-ए-फ़लक
शैख़ ज़हूरूद्दीन हातिम
ग़ज़ल
हवा आशुफ़्ता-तर रखती है हम आशुफ़्ता-हालों को
बरतना चाहती है दश्त-ए-मजनूँ के हवालों को