आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "فاسد"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "فاسد"
ग़ज़ल
ख़ूँ है वो जिस से कि हो दामन-ए-क़ातिल रंगीं
ख़ून फ़ासिद है जो ख़ाली सर-ए-मिज़्गाँ में रहे
बहराम जी
ग़ज़ल
हबीब मूसवी
ग़ज़ल
بناشم جز توائے رعنا منجے کی جالتا راجے
دلم پرخوں جگر فاسد تو بھی تج مہر آتا نیں
शाह अमीनुद्दीन आला
ग़ज़ल
मेराज की सी हासिल सज्दों में है कैफ़िय्यत
इक फ़ासिक़-ओ-फ़ाजिर में और ऐसी करामातें
मौलाना मोहम्मद अली जौहर
ग़ज़ल
फ़ासिक़ जो अगर आशिक़-ए-दीवाना हुआ तो क्या
दुनिया के मतालिब को फ़रज़ाना हुआ तो क्या