आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "گڑیا"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "گڑیا"
ग़ज़ल
आज मगर इक नार को देखा जाने ये नार कहाँ की है
मिस्र की मूरत चीन की गुड़िया देवी हिन्दोस्ताँ की है
इब्न-ए-इंशा
ग़ज़ल
अब भी अक्सर ख़्वाब में उन के धुँदले चेहरे आते हैं
मेरी गुड़िया की शादी में जो नन्हे बाराती थे
फ़रहत ज़ाहिद
ग़ज़ल
मैं कम-सिनी में भी गुड़िया कभी नहीं खेली
पलों में तय किया बरसों का फ़ासला मैं ने
अज़ीज़ बानो दाराब वफ़ा
ग़ज़ल
मैं अक्सर आसमाँ के चाँद तारे तोड़ लाता था
और इक नन्ही सी गुड़िया के लिए ज़ेवर बनाता था
वाली आसी
ग़ज़ल
ये मंज़र देखता हूँ मैं तो आँखें डूब जाती हैं
वो नन्ही गोद सी गुड़िया किसी का बोझ उठाती है