आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "یکسو"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "یکسو"
ग़ज़ल
हमारा उन का क़िस्सा लोग सुनते हैं तो कहते हैं
मज़ा है हश्र तक यकसू ये झगड़ा हो नहीं सकता
हफ़ीज़ जौनपुरी
ग़ज़ल
पेश-ए-सआयत क्या जाए है हक़ है मेरी तरफ़ सो है
मैं तो चुप बैठा हूँ यकसू गर कोई तक़रीर करो
मीर तक़ी मीर
ग़ज़ल
क़त्अ उम्मीद ने दिल कर दिए यकसू सद शुक्र
शक्ल मुद्दत में ये अल्लाह ने दिखलाई है
अल्ताफ़ हुसैन हाली
ग़ज़ल
ये रीश ओ जुब्बा ओ दस्तार ज़ाहिद की बनावट है
तबीअत बे-तकल्लुफ़ जिस की हो यकसू नहीं छुपती
ऐश देहलवी
ग़ज़ल
रफ़ू कर दे हैं ऐसा प्यार जो आशिक़ हैं यकसू सीं
फड़ा कर और सीं शाल अपनी कहता है मुझे तू सी
नाजी शाकिर
ग़ज़ल
इलाज-ए-कर्ब की ख़ातिर है लाज़िम दिल रहे यकसू
जो हों बीमार आँखें रंग धानी देखते जाओ
अब्दुल ग़फ़ूर साक़ी
ग़ज़ल
सीना-ए-पुर-सोज़ यकसू चश्म-ए-गिर्यां यक तरफ़
दिल बचे क्या यक तरफ़ आतिश है तूफ़ाँ यक तरफ़