aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "आसरा"
तू आसमान की सूरत है गर पड़ेगा कभीज़मीं हूँ मैं भी मगर तुझ को आसरा दूँगा
आसरा दिल को इक उमीद का हैये हवा कब से बादबान में है
दिल को क्या क्या सुकून होता हैजब कोई आसरा नहीं होता
शिकस्ता-हाल सा बे-आसरा सा लगता हैये शहर दिल से ज़ियादा दुखा सा लगता है
कम से कम था इक तरह का आसरा इक़रार तकलेकिन उन को साफ़ अब इंकार करना आ गया
हम भरोसे पे उन के बैठ रहेजब किसी का भी आसरा न रहा
बे-अमाँ था आप लेकिन मोजज़ा है ये 'रियाज़'हाला-ए-शफ़क़त था उस को आसरा देते हुए
सुतून-ए-रेग न ठहरा 'अदीम' छत के तलेमैं ढह गया हूँ ख़ुद अपने को आसरा दे कर
वो मुझे आसरा तो क्या देगाचलता देखेगा तो गिरा देगा
हर हाल में रहा जो तिरा आसरा मुझेमायूस कर सका न हुजूम-ए-बला मुझे
तुम्हारे दामन-ए-रंगीं का आसरा ले करचमन के मस्त नज़ारों से खेल सकता हूँ
रहता नहीं है दहर में जब कोई आसराउस वक़्त आदमी पे गुज़रती है क्या न पूछ
मैं हूँ ना-मुराद ऐसा कि बिलक के यास रोतीकहीं पा के आसरा कुछ जो उमीद-वार होता
मेरा सुख दुख समझती हैं ग़ज़लेंज़िंदगी को ये आसरा है बहुत
बुलंदी पे जिन को भी देखा ये पाया सभी आसरा ढूँडते फिर रहे हैंकिसे सरपरस्ती के क़ाबिल समझिए जिए जा रहे हैं ख़ुद अपने सहारे
आसरा उन की रहबरी ठहरीजिन की ख़ुद रहज़नी में गुज़री है
वो निगाहें न फेर लें 'अख़्तर'इश्क़ बे-आसरा न हो जाए
इतना बे-आसरा नहीं हूँ मैंआदमी हूँ ख़ुदा नहीं हूँ मैं
तुम्हारी बज़्म में लब खोल कर हुआ ख़ामोशवो बद-नसीब जिसे कोई आसरा न मिला
आस होगी न आसरा होगाआने वाले दिनों में क्या होगा
Devoted to the preservation & promotion of Urdu
A Trilingual Treasure of Urdu Words
Online Treasure of Sufi and Sant Poetry
World of Hindi language and literature
The best way to learn Urdu online
Best of Urdu & Hindi Books