आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "कठिन"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "कठिन"
ग़ज़ल
कठिन तो बहुत है मगर दिल के रिश्तों को आज़ाद छोड़ो
तवक़्क़ो' न बाँधो कि ये इक अज़िय्यत भरा तजरबा है
जव्वाद शैख़
ग़ज़ल
कोई ज़ंजीर फिर वापस वहीं पर ले के आती है
कठिन हो राह तो छुटता है घर आहिस्ता आहिस्ता
परवीन शाकिर
ग़ज़ल
कोई ज़ंजीर फिर वापस वहीं पर ले के आती है
कठिन हो राह तो छुटता है घर आहिस्ता आहिस्ता
परवीन शाकिर
ग़ज़ल
अक़्सा फ़ैज़
ग़ज़ल
मोहब्बत में कठिन रस्ते बहुत आसान लगते थे
पहाड़ों पर सुहूलत से चढ़ा करते थे हम दोनों
हसन अब्बासी
ग़ज़ल
कठिन है काम तो हिम्मत से काम ले ऐ दिल
बिगाड़ काम न मुश्किल समझ के मुश्किल को