आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "ज़ौ-फ़गन"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "ज़ौ-फ़गन"
ग़ज़ल
ज़ख़्मों से यूँ है जिस्म की दीवार ज़ौ-फ़गन
शोलों का रक़्स शाख़-ए-शजर पर हो जिस तरह
सैफ़ ज़ुल्फ़ी
ग़ज़ल
मैं ग़मों की तीरगी में नहीं इस क़दर भी तन्हा
कोई मुझ से दूर रह कर मिरे दिल में ज़ौ-फ़गन है
फ़रीद जावेद
ग़ज़ल
हमें कू-ब-कू जो लिए फिरी किसी नक़्श-ए-पा की तलाश थी
कोई आफ़्ताब था ज़ौ-फ़गन सर-ए-रहगुज़ार कहाँ रहा
अदा जाफ़री
ग़ज़ल
दर्शन सिंह
ग़ज़ल
शमा ज़फर मेहदी
ग़ज़ल
बदीउज़्ज़माँ सहर
ग़ज़ल
वही एक याद किरन किरन मिरी ज़िंदगी में है ज़ौ-फ़गन
वही एक चेहरा चमन चमन सर-ए-दश्त-ए-जाँ है खिला हुआ
मोहसिन ज़ैदी
ग़ज़ल
जो फ़न से फ़िक्र की तदबीर गुफ़्तुगू करेगी
तो गूँगी बहरी भी तस्वीर गुफ़्तुगू करेगी