आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "तक़्दीस"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "तक़्दीस"
ग़ज़ल
हुस्न ने शौक़ के हंगामे तो देखे थे बहुत
'इश्क़ के दावा-ए-तक़दीस से डर जाना था
असरार-उल-हक़ मजाज़
ग़ज़ल
हैं तेरे रुख़ पे वो तक़्दीस के परतव कि तुझे
ज़ेब देता ही नहीं दुश्मन-ए-ईमाँ होना
जमीलुद्दीन आली
ग़ज़ल
अपनी तक़्दीस पे यूँ शैख़-ए-हरम मत इतरा
मैं ने भी परचम-ए-तौहीद उठा रक्खा है
सय्यद अब्दुस सत्तार मुफ़्ती
ग़ज़ल
अख़्तर अंसारी
ग़ज़ल
क़ुर्बतें प्यार की तक़्दीस घटा देती हैं
प्यार को लम्स की जन्नत से जुदा रहने दो