आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "तमीज़"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "तमीज़"
ग़ज़ल
जिंस-ए-वफ़ा को करते हैं अहल-ए-वफ़ा पसंद
दुश्मन को क्या तमीज़ है दुश्मन की क्या पसंद
बेख़ुद देहलवी
ग़ज़ल
हम को भी तो वा'इज़ है बद ओ नेक में तमीज़
हम भी तो कभी साहिब-ए-ईमान रहे हैं
कुँवर महेंद्र सिंह बेदी सहर
ग़ज़ल
बेदम शाह वारसी
ग़ज़ल
हँसी अच्छी नहीं देखो तमीज़ इस में नहीं रहती
कि मुँह लग चलने में बोसे की नौबत आ ही जाती है
इमदाद अली बहर
ग़ज़ल
तमीज़-ए-ख़्वाब-ओ-हक़ीक़त है शर्त-ए-बेदारी
ख़याल-ए-अज़्मत-ए-माज़ी को छोड़ हाल को देख