आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "तर्क-ए-तअल्लुक़ात"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "तर्क-ए-तअल्लुक़ात"
ग़ज़ल
शकील बदायूनी
ग़ज़ल
क़ुर्ब-ए-जानाँ से ख़ौफ़ खाता हूँ
प्यार तर्क-ए-तअ'ल्लुक़ात से है
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "तर्क-ए-तअल्लुक़ात"
क़ुर्ब-ए-जानाँ से ख़ौफ़ खाता हूँ
प्यार तर्क-ए-तअ'ल्लुक़ात से है