aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "दरमियान"
अजब ए'तिबार ओ बे-ए'तिबारी के दरमियान है ज़िंदगीमैं क़रीब हूँ किसी और के मुझे जानता कोई और है
कितनी वहशत है दरमियान-ए-हुजूमजिस को देखो गया हुआ है कहीं
बस इक लकीर खींच गया दरमियान मेंदीवार रास्ते में बना कर नहीं गया
हमारी उन से जो थी गुफ़्तुगू वो ख़त्म हुईमगर सुकूत सा कुछ दरमियान बाक़ी है
हर कोई दरमियान है ऐ माजरा-फ़रोशमैं अपने दरमियाँ न हुआ कुछ नहीं हुआ
शर्म है एहतिराज़ है क्या हैपर्दा सा दरमियान है प्यारे
दुश्मन है रात फिर भी है दिन से मिली हुईसुब्हों के दरमियान हैं जो फ़ासले भी देख
ये ग़म नहीं है कि हम दोनों एक हो न सकेये रंज है कि कोई दरमियान में भी न था
दोनों के दरमियान कहीं कुछ है मुश्तरकसो तुझ में ढूँढता हूँ मैं अपने वजूद को
तमाम उम्र बड़े सख़्त इम्तिहान में थावो फ़ासला जो तिरे मेरे दरमियान में था
मिरी भँवों के ऐन दरमियान बन गयाजबीं पे इंतिज़ार का निशान बन गया
मुझ में तुझ में तो कोई फ़र्क़ नहींइश्क़ क्यूँ दरमियान है प्यारे
आग के दरमियान से निकलामैं भी किस इम्तिहान से निकला
हम खड़े तुम से बातें करते थेग़ैर क्यूँ दरमियान से निकला
होने को यूँ तो शहर में अपना मकान थानफ़रत का रेगज़ार मगर दरमियान था
ज़मीं के लोग तो क्या दो दिलों की चाहत मेंख़ुदा भी हो तो उसे दरमियान लाओ मत
था न मा'लूम साथ रह कर भीदरमियान इतना फ़ासला होगा
दिल भी बचा जिगर भी बचा ख़ैर हो गईतीर-ए-निगाह पार हुआ दरमियान से
ख़ला के जैसा कोई दरमियान भी पड़ताफिर इस सफ़र में कहीं आसमान भी पड़ता
सितारे का राज़ रख लिया मेहमान मैं नेइक उजले ख़्वाब और आँख के दरमियान मैं ने
Devoted to the preservation & promotion of Urdu
A Trilingual Treasure of Urdu Words
Online Treasure of Sufi and Sant Poetry
World of Hindi language and literature
The best way to learn Urdu online
Best of Urdu & Hindi Books