आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "नक़्शा-ए-आसाब"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "नक़्शा-ए-आसाब"
ग़ज़ल
देखने वाले ये कहते हैं किताब-ए-दहर में
तू सरापा हुस्न का नक़्शा है मैं तस्वीर-ए-इश्क़
परवीन उम्म-ए-मुश्ताक़
ग़ज़ल
ऐ मिरे हाल की दुश्मन यादो क्या उस को तस्कीन मिली
माज़ी में जो शख़्स हरीफ़-ए-तस्कीन-ए-आ'साब रहा
तालिब जोहरी
ग़ज़ल
तय्यार किया ख़ामा-ए-मू अपने मिज़ा से
खींचेंगे मगर नक़्शा-ए-नाज़ुक कमरी आँख
ख़्वाज़ा मोहम्मद वज़ीर
ग़ज़ल
क़स्र-ए-तन को यूँ ही बनवा ये बगूले 'नासिख़'
ख़ूब ही नक़्शा-ए-तामीर लिए फिरते हैं