आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "फूला-फला"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "फूला-फला"
ग़ज़ल
ये अदावतों की सुबुक हवा उसे सह सकूँ कहाँ हौसला
मैं वो पेड़ हूँ कि मोहब्बतों की फ़ज़ा में फूला-फला हुआ
काशिफ़ रफ़ीक़
ग़ज़ल
मैं पैदा हुआ जिस में और जिस में फला-फूला
वो घर मिरे बचपन का टूटा तो बहुत रोया
शाहरुख़ साहिल तुलसीपुरी
ग़ज़ल
फला-फूला रहे या-रब चमन मेरी उमीदों का
जिगर का ख़ून दे दे कर ये बूटे मैं ने पाले हैं
अल्लामा इक़बाल
ग़ज़ल
क्या गुलशन-ए-हस्ती फूले फले इक फूल भी जब शादाब नहीं
मरने के हैं सामाँ बहुतेरे जीने के मगर अस्बाब नहीं
नवाब देहलवी
ग़ज़ल
मेरे बा'द ये दुनिया थोड़ी और हरी हो जाएगी
पेड़ फला फूला करते हैं कुछ शाख़ें कट जाने पर
दीपक विकल
ग़ज़ल
बहारें लूटता हूँ आप के तशरीफ़ लाने में
फला-फूला है मेरा आज नख़्ल-ए-आरज़ू क्या क्या