आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "रस्म-ए-सलाम-ओ-पयाम"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "रस्म-ए-सलाम-ओ-पयाम"
ग़ज़ल
फ़ानी बदायुनी
ग़ज़ल
ये क्या कि फ़ुर्क़त-ए-पैहम ही ज़िंदगी बन जाए
कभी तो राह-ए-सलाम-ओ-पयाम भी निकले
उस्ताद अज़मत हुसैन ख़ाँ
ग़ज़ल
नज़र नज़र पे सर-ए-बज़्म है नज़र उन की
नज़र नज़र में सलाम-ओ-पयाम होता है
पीर नसीरुद्दीन शाह नसीर
ग़ज़ल
पयाम फ़तेहपुरी
ग़ज़ल
पयाम फ़तेहपुरी
ग़ज़ल
ज़िंदगी से हैं इबारत तिरे अशआ'र 'पयाम'
तेरे नग़्मों में धड़कता है दिल-ए-कौन-ओ-मकाँ
पयाम फ़तेहपुरी
ग़ज़ल
शिकवा नहीं गिला नहीं रब्त कोई बहम नहीं
रस्म-ए-सलाम क्या जहाँ पुर्सिश-ए-हाल-ए-ग़म नहीं
जयकृष्ण चौधरी हबीब
ग़ज़ल
सोचता हूँ फिर उठा लूँ बरबत-ए-कोहना 'सलाम'
मुंतज़िर है शेर-ओ-नग़्मा का ख़ुदा मेरे लिए