आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "सरदार-ए-क़बीला"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "सरदार-ए-क़बीला"
ग़ज़ल
कोई 'सरदार' कब था इस से पहले तेरी महफ़िल में
बहुत अहल-ए-सुख़न उट्ठे बहुत अहल-ए-कलाम आए
अली सरदार जाफ़री
ग़ज़ल
लगाते हैं लबों पर मोहर अर्बाब-ए-ज़बाँ-बंदी
अली-'सरदार' की शान-ए-ग़ज़ल-ख़्वानी नहीं जाती
अली सरदार जाफ़री
ग़ज़ल
लगाते हैं लबों पर मोहर-ए-अर्बाब-ए-ज़बाँ-बंदी
अली-'सरदार' की शान-ए-ग़ज़ल-ख़्वानी नहीं जाती
अली सरदार जाफ़री
ग़ज़ल
जो भी मिला है ले आए हैं दाग़-ए-दिल या दाग़-ए-जिगर
वादी वादी मंज़िल मंज़िल भटके हैं 'सरदार' बहुत
अली सरदार जाफ़री
ग़ज़ल
हर्फ़-ए-'सरदार' में पोशीदा हैं असरार-ए-हयात
शेर-ए-'सरदार' में है सरकशी-ओ-सरशारी
अली सरदार जाफ़री
ग़ज़ल
आसमानों से बरसते हैं ज़मीं पर रेगज़ार
आज फिर 'सरदार' रक़्स-ए-बर्क़-ओ-बाराँ चाहिए