आपकी खोज से संबंधित
परिणाम ".ume"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम ".ume"
ग़ज़ल
इस चमन में रेशा-दारी जिस ने सर खेंचा 'असद'
तर ज़बान-ए-लुत्फ़-ए-आम-ए-साक़ी-ए-कौसर हुआ
मिर्ज़ा ग़ालिब
ग़ज़ल
आग़ाज़-ए-सब्ज़ा से है जो रुख़्सार पर ग़ुबार
अगले बरस इसे ख़त-ए-गुलज़ार देखना
परवीन उम्म-ए-मुश्ताक़
ग़ज़ल
रुख़ का है अक्स दिल में तो रुख़ में है दिल का अक्स
है आइने के सामने हर बार आइना
परवीन उम्म-ए-मुश्ताक़
ग़ज़ल
तू भी गुल के आईने पर खींच दे तस्वीर-ए-हुस्न
मैं भी बुलबुल को सुनाऊँ बाग़ में तक़रीर-ए-इश्क़