aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "Dhalaan"
फिस्ले जो उस जगह तो लुढ़कते चले गएहम को पता नहीं था कि इतनी ढलान है
मिले उरूज तो मग़रूर मत कभी होनाबुलंदियों के सभी रास्ते ढलान से हैं
बधाई तुम को कि पहुँचे तो इस बुलंदी परमगर ये ध्यान भी रखना ढलान बाक़ी है
आसमाँ की तरफ़ है उस की नज़रजो भी अब उम्र की ढलान में हैं
धूप में ढलान कमरौशनी में जान कम
शब-ए-फ़िराक़ उतरने लगी ढलान से जबजवान होने लगा दर्द दर्द का क़िस्सा
फिर उस के बा'द बदन था न जान जान में थीअजब चढ़ाई मिरी उम्र की ढलान में थी
क़दम सँभाल के रखना हसीन राहों परफिसल गए तो फिर आगे बड़ी ढलान सी है
तक़दीर कब तलक ये रखेगी ढलान मेंतदबीर ले उड़ेगी मुझे आसमान में
मुझे तो गहरे समुंदर से जा के मिलना हैअभी मैं रुक नहीं सकता अभी ढलान में हूँ
'उम्र 'दिव्या' ढलान पर थी जब'इश्क़ तुम से हुआ दुबारा था
न एक बूँद मिरी छत से टपके ऐ मे'मारइस एहतियात से छत की मिरे ढलान निकाल
यक़ीन करने चले तो हो परये रास्ता है ढलान वाला
उछाल यूँ ही नहीं बढ़ गई है लहरों कीनदी का ज़ोर भी है कुछ ढलान में शामिल
ये ज़िंदगी भी अजब राह की मुसाफ़िर हैकहीं चढ़ान बहुत है कहीं ढलान बहुत
क्या मेरा इख़्तियार ज़मान-ओ-मकान परपहरे बिठा दिए हैं किसी शय ने धान पर
नदी को रोक सकी तो ढलान बाँधूँगीमैं अपनी नाव पे ख़ुद बादबान बाँधूँगी
कहीं ढलान मुक़द्दर न हो बुलंदी काचढ़ाई फिर न हो अपना उतार पहले सा
बुलंदियों पे तवाज़ुन की एहतियात रखोये वो जगह है कि तुम हर घड़ी ढलान पे हो
हम तो बदलेंगे रुख़ हवाओं काआप ख़ुद को ढलान में रखना
Devoted to the preservation & promotion of Urdu
A Trilingual Treasure of Urdu Words
Online Treasure of Sufi and Sant Poetry
World of Hindi language and literature
The best way to learn Urdu online
Best of Urdu & Hindi Books