आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "aasuure"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "aasuure"
ग़ज़ल
दम-ए-तौफ़ किरमक-ए-शम्अ ने ये कहा कि वो असर-ए-कुहन
न तिरी हिकायत-ए-सोज़ में न मिरी हदीस-ए-गुदाज़ में
अल्लामा इक़बाल
ग़ज़ल
हिरास-ए-शब, असर-ए-ज़ोफ़, ख़ौफ़-ए-राहज़नाँ
मुसाफ़िरों पे गिराँ वक़्त-ए-शाम होता है
पीर नसीरुद्दीन शाह नसीर
ग़ज़ल
मिरे हम-सफ़ीर बुलबुल मिरा तेरा साथ ही क्या
मैं ज़मीर-ए-दश्त-ओ-दरिया तू असीर-ए-आशियाना
जिगर मुरादाबादी
ग़ज़ल
अज़ल हो या अबद दोनों असीर-ए-ज़ुल्फ़-ए-हज़रत हैं
जिधर नज़रें उठाओगे यही इक सिलसिला होगा
जिगर मुरादाबादी
ग़ज़ल
इश्क़ अफ़्सुर्दा नहीं आज भी अफ़्सुर्दा बहुत
वही कम कम असर-ए-सोज़-ए-निहाँ है कि जो था